नेता सूक्ष्मचालिसा
जय नेता ज्ञान गुण सागर।
जय देवेश समरथ भटनागर।।
जनदुत अतुलित बलधामा।।
राजनीतिपुत्र वोटसंग्राहक नामा।
महावीर विक्रम बजरंगी।
सुमति निवार कुमति के संगी।।
कंचन बरन अद्भुत भेषा।
हाथन घड़ी बाॅडीगार्ड हमेशा ।।
हाथ बज्र अरु मोबाईल विराजै।
देशसुवन वोट से उत्पन्न ।
तेजप्रताप महाजग वन्दन।।
वोट लपकावन गुणी अति चातुर।
जनकाज कभी न करने को आतुर।।
प्रभु चरित्र सुनिबै को रसिया।
वोट ,मुद्रा, मुद्दा मन बसिया।।
भयंकर रूप धरि वोट दिलावा।
सरल रूप धरि शासन चलावा।।