Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Nov 2019 · 1 min read

नेता तिगड़मबाज

छल जनता को जीतते,चुनाव नेता आज।
ख़ुश हों चाहे राज से,गिरवी रखते लाज।।

नेता वो ही नेक है,रखता जनता ध्यान।
वो नेता गिरगिट लगे,करे स्वार्थ अभिमान।।

आँख चुरा ले जीत के,तोड़े जन विश्वास।
नेता बगुला-भक्त सम,कैसे आए रास।।

सच की दौलत नित बढ़े,रहती झूठ उदास।
पतझड़ चाहे कौन है,चाहें सब मधुमास।।

जन सेवा करता नहीं,नेता तिगड़म बाज।
वादे भूले जीत के,कम दिन का सरताज़।।

आर.एस.प्रीतम
सर्वाधिकार सुरक्षित सृजन

Language: Hindi
1 Like · 247 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from आर.एस. 'प्रीतम'
View all

You may also like these posts

12. घर का दरवाज़ा
12. घर का दरवाज़ा
Rajeev Dutta
धन्यवाद की महिमा
धन्यवाद की महिमा
महेश चन्द्र त्रिपाठी
शहर तुम्हारा है तुम खुश क्यूँ नहीं हो
शहर तुम्हारा है तुम खुश क्यूँ नहीं हो
©️ दामिनी नारायण सिंह
बेशक हुआ इस हुस्न पर दीदार आपका।
बेशक हुआ इस हुस्न पर दीदार आपका।
Phool gufran
आज   भी   इंतज़ार   है  उसका,
आज भी इंतज़ार है उसका,
Dr fauzia Naseem shad
*दही खाने के 15 अद्भुत चमत्कारी अमृतमयी फायदे...*
*दही खाने के 15 अद्भुत चमत्कारी अमृतमयी फायदे...*
Rituraj shivem verma
- मतलबी दोस्त आज के -
- मतलबी दोस्त आज के -
bharat gehlot
हवाओं से कह दो, न तूफ़ान लाएं
हवाओं से कह दो, न तूफ़ान लाएं
Neelofar Khan
नई सुबह
नई सुबह
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
*मंगलकामनाऐं*
*मंगलकामनाऐं*
*प्रणय*
चलो बनाएं
चलो बनाएं
Sûrëkhâ
प्रेम सच्चा अगर नहीं होता ।
प्रेम सच्चा अगर नहीं होता ।
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
फूलों की तरह मैं मिली थी और आपने,,
फूलों की तरह मैं मिली थी और आपने,,
Shweta Soni
देख कर उनको
देख कर उनको
हिमांशु Kulshrestha
मां ! कहां हो तुम?
मां ! कहां हो तुम?
Ghanshyam Poddar
जिंदगी मैं हूं, मुझ पर यकीं मत करो
जिंदगी मैं हूं, मुझ पर यकीं मत करो
Shiva Awasthi
मंदिरों की पवित्रता
मंदिरों की पवित्रता
पूर्वार्थ
मासूम कोयला
मासूम कोयला
singh kunwar sarvendra vikram
रसगुल्ला
रसगुल्ला
अरशद रसूल बदायूंनी
इश्क़ का मौसम रूठने मनाने का नहीं होता,
इश्क़ का मौसम रूठने मनाने का नहीं होता,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मेरा हिंदी दिवस
मेरा हिंदी दिवस
Mandar Gangal
बसंत
बसंत
Dr Archana Gupta
छलिया तो देता सदा,
छलिया तो देता सदा,
sushil sarna
वो दौर था ज़माना जब नज़र किरदार पर रखता था।
वो दौर था ज़माना जब नज़र किरदार पर रखता था।
शिव प्रताप लोधी
" याद रहे "
Dr. Kishan tandon kranti
वैज्ञानिकता कहीं खो गई
वैज्ञानिकता कहीं खो गई
Anil Kumar Mishra
गीत नया गाता हूं।
गीत नया गाता हूं।
Kumar Kalhans
यमलोक यात्रा पर जरुर जाऊंगा
यमलोक यात्रा पर जरुर जाऊंगा
Sudhir srivastava
हिन्दी दिवस
हिन्दी दिवस
Rambali Mishra
डर नाहि लागो तोरा बाप से
डर नाहि लागो तोरा बाप से
श्रीहर्ष आचार्य
Loading...