Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Dec 2023 · 1 min read

*नेता जी के घर मिले, नोटों के अंबार (कुंडलिया)*

नेता जी के घर मिले, नोटों के अंबार (कुंडलिया)
_________________________
नेता जी के घर मिले, नोटों के अंबार
लगीं मशीनें हॉंफने, गिनने में लाचार
गिनने में लाचार, उच्च पद ऐसे पाते
यह है नोट-महात्म्य, जीत नेता कहलाते
कहते रवि कविराय, रिश्वतें भर-भर लेता
केवल जो धनवान, बाहुबलधारी नेता
——————————————-
रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451

267 Views
Books from Ravi Prakash
View all

You may also like these posts

*तेरे इंतज़ार में*
*तेरे इंतज़ार में*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
I dreamt of the night we danced beneath the moon’s tender li
I dreamt of the night we danced beneath the moon’s tender li
Manisha Manjari
बेटिया विदा हो जाती है खेल कूदकर उसी आंगन में और बहू आते ही
बेटिया विदा हो जाती है खेल कूदकर उसी आंगन में और बहू आते ही
Ranjeet kumar patre
*
*"मुस्कराहट"*
Shashi kala vyas
दरारों में   ....
दरारों में ....
sushil sarna
विचारवानों का कहना है कि सुख शांति से जीवन जीने के लिए मौन
विचारवानों का कहना है कि सुख शांति से जीवन जीने के लिए मौन
ललकार भारद्वाज
भभक
भभक
Dr.Archannaa Mishraa
फूल तितली भंवरे जुगनू
फूल तितली भंवरे जुगनू
VINOD CHAUHAN
विषय-समस्या!
विषय-समस्या!
Priya princess panwar
# यदि . . . !
# यदि . . . !
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
दुष्ट कभी भी बाज़
दुष्ट कभी भी बाज़
RAMESH SHARMA
2890.*पूर्णिका*
2890.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
15🌸बस तू 🌸
15🌸बस तू 🌸
Mahima shukla
अनन्यानुभूति
अनन्यानुभूति
महेश चन्द्र त्रिपाठी
तड़प
तड़प
sheema anmol
बॉलीवुड का क्रैज़ी कमबैक रहा है यह साल - आलेख
बॉलीवुड का क्रैज़ी कमबैक रहा है यह साल - आलेख
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
मुक्तक
मुक्तक
जगदीश शर्मा सहज
" गपशप "
Dr. Kishan tandon kranti
बड़े इत्मीनान से सो रहे हो,
बड़े इत्मीनान से सो रहे हो,
Buddha Prakash
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
कविता
कविता
Sonu sugandh
शिक्षक सम्मान में क्या खेल चला
शिक्षक सम्मान में क्या खेल चला
gurudeenverma198
बदलता मौसम
बदलता मौसम
Ghanshyam Poddar
हैरान था सारे सफ़र में मैं, देख कर एक सा ही मंज़र,
हैरान था सारे सफ़र में मैं, देख कर एक सा ही मंज़र,
पूर्वार्थ
सैनिक की पत्नी की मल्हार
सैनिक की पत्नी की मल्हार
Dr.Pratibha Prakash
*** पल्लवी : मेरे सपने....!!! ***
*** पल्लवी : मेरे सपने....!!! ***
VEDANTA PATEL
लो फिर नया साल आ गया...
लो फिर नया साल आ गया...
Jyoti Roshni
माँ मुझे विश्राम दे
माँ मुझे विश्राम दे
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
#दिवस_विशेष-
#दिवस_विशेष-
*प्रणय*
मनहरण-घनाक्षरी
मनहरण-घनाक्षरी
Santosh Soni
Loading...