“नृत्य आत्मा की भाषा है। आत्मा और परमात्मा के बीच अन्तरसंवाद “नृत्य आत्मा की भाषा है। आत्मा और परमात्मा के बीच अन्तरसंवाद का माध्यम भी।” ◆प्रणय प्रभात◆