Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Apr 2023 · 1 min read

***** नीले नशीले नैन कटोरे *****

***** नीले नशीले नैन कटोरे *****
*****************************

छोरी के नीले नशीले नैन कटोरे सैं,
छैल – छबीले जिन पर मरते छोरे सैं।

पैर कटन नै होरे भीड़ लाग रही भारी,
आशिक छोरयां गेल्या भरे न्योरे सैं।

रंग की गोरी गाम की छोरी जहरीली,
कमर पकड़कर धोरे खड़े छिछौरें सै।

पैंट शर्ट घाल गाबरू खडे कतारां में,
फूलों पर मंडराते रहते जैसे भौंरें सै।

मनसीरत कै करे अफरातफरी होरी,
चाव-चाव में खा रहे गोते हिलोरें सैं।
****************************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैंथल)

Language: Hindi
105 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
धमकियां शुरू हो गई
धमकियां शुरू हो गई
Basant Bhagawan Roy
रामचरितमानस
रामचरितमानस
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
जब प्रेम की परिणति में
जब प्रेम की परिणति में
Shweta Soni
जिंदगी का भरोसा कहां
जिंदगी का भरोसा कहां
Surinder blackpen
परेशान देख भी चुपचाप रह लेती है
परेशान देख भी चुपचाप रह लेती है
Keshav kishor Kumar
हँस रहे थे कल तलक जो...
हँस रहे थे कल तलक जो...
डॉ.सीमा अग्रवाल
तन्हाई को जश्न दे चुका,
तन्हाई को जश्न दे चुका,
goutam shaw
आप चाहे जितने भी बड़े पद पर क्यों न बैठे हों, अगर पद के अनुर
आप चाहे जितने भी बड़े पद पर क्यों न बैठे हों, अगर पद के अनुर
Anand Kumar
अनारकली भी मिले और तख़्त भी,
अनारकली भी मिले और तख़्त भी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
सजदे में झुकते तो हैं सर आज भी, पर मन्नतें मांगीं नहीं जातीं।
सजदे में झुकते तो हैं सर आज भी, पर मन्नतें मांगीं नहीं जातीं।
Manisha Manjari
*आई वर्षा देखिए, कैसी है सुर-ताल* (कुंडलिया)
*आई वर्षा देखिए, कैसी है सुर-ताल* (कुंडलिया)
Ravi Prakash
स्वरचित कविता..✍️
स्वरचित कविता..✍️
Shubham Pandey (S P)
चाहते नहीं अब जिंदगी को, करना दुःखी नहीं हरगिज
चाहते नहीं अब जिंदगी को, करना दुःखी नहीं हरगिज
gurudeenverma198
Midnight success
Midnight success
Bidyadhar Mantry
राष्ट्रपिता
राष्ट्रपिता
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
******आधे - अधूरे ख्वाब*****
******आधे - अधूरे ख्वाब*****
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
कोहरे के दिन
कोहरे के दिन
Ghanshyam Poddar
जलियांवाला बाग
जलियांवाला बाग
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
बाकी सब कुछ चंगा बा
बाकी सब कुछ चंगा बा
Shekhar Chandra Mitra
हृदय वीणा हो गया।
हृदय वीणा हो गया।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
दिन भर घूमती हैं लाशे इस शेहर में
दिन भर घूमती हैं लाशे इस शेहर में
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
अब हम क्या करे.....
अब हम क्या करे.....
Umender kumar
शिक्षकों को प्रणाम*
शिक्षकों को प्रणाम*
Madhu Shah
उम्मीद
उम्मीद
Dr fauzia Naseem shad
Lambi khamoshiyo ke bad ,
Lambi khamoshiyo ke bad ,
Sakshi Tripathi
मैं चाहती हूँ
मैं चाहती हूँ
ruby kumari
2360.पूर्णिका
2360.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
"रौनकें"
Dr. Kishan tandon kranti
दशहरा
दशहरा
मनमोहन लाल गुप्ता 'अंजुम'
कुछ व्यंग्य पर बिल्कुल सच
कुछ व्यंग्य पर बिल्कुल सच
Ram Krishan Rastogi
Loading...