नीरव मोदी एक और नटवर लाल -2
और अगर आप या हम लोन के लिये बैंक जाये। तो बैंक कम से कम ऋण से 10 गुनी अधिक अचल संपत्ति की माँग गारंटी के तौर पर करेगी। उसके वाद भी अगर 50 हजार का भी ऋण हो तो महीनो के चक्कर, लाख जतन के वाद ऋण स्वीकृत होगा या नही ये कोई नही जानता। मामला जाॅच ऐजेन्सीयो के पास है। शायद कुछ और मामले प्रकाश मे आ सकते है। अन्य बैंक भी सतर्क हो गये है। अन्य बैंके भी पंजाब नेशनल बैंक की तरह के मामलो की खोज मे आंतरिक तौर पर लगी हुई है। मन तो यही कह रहा है कि इस तरह के और मामले भबिष्य मे ना उठे। इस तरह के मामले भारत की अर्थव्यवस्था के लिये घातक तो है ही। साथ ही इससे भारत की छवि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी धूमिल होती है।
दीपक धर्मा