नीची निगाह
नीची निगाह और धीमी है चाल ।कोउ फैकत है जाल।जा लिम।है दुनिया तुम देखो निगाह डाल।गुलाब के फूल जैसी कोमल हो तुम।मेरे लिए छूना भी कठिन है पल तुम।मेरे लिए तुम बन गई जनजाल।।जालिम है दुनिया तुम देखो निगाह डाल।।
नीची निगाह और धीमी है चाल ।कोउ फैकत है जाल।जा लिम।है दुनिया तुम देखो निगाह डाल।गुलाब के फूल जैसी कोमल हो तुम।मेरे लिए छूना भी कठिन है पल तुम।मेरे लिए तुम बन गई जनजाल।।जालिम है दुनिया तुम देखो निगाह डाल।।