नींद
नींद
——
जब भी सोना तो
सबको माफ करके सोना !
बच्चे की तरह निष्पाप होकर सोना !
दिल से नफरत साफ करके सोना !
गल्तियों का हिसाब करके सोना !
मन का मैल साफ करके सोना !
क्योंकि
सुबह किसने देखी !
~Sugyata
नींद
——
जब भी सोना तो
सबको माफ करके सोना !
बच्चे की तरह निष्पाप होकर सोना !
दिल से नफरत साफ करके सोना !
गल्तियों का हिसाब करके सोना !
मन का मैल साफ करके सोना !
क्योंकि
सुबह किसने देखी !
~Sugyata