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17 Nov 2019 · 1 min read

नींद

नींद
——
जब भी सोना तो
सबको माफ करके सोना !
बच्चे की तरह निष्पाप होकर सोना !
दिल से नफरत साफ करके सोना !
गल्तियों का हिसाब करके सोना !
मन का मैल साफ करके सोना !
क्योंकि
सुबह किसने देखी !

~Sugyata

Language: Hindi
472 Views
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