*नींद बचपन की दौलत*
नींद बचपन की दौलत
माँ की दौलत संताने है,,
पिता की दौलत संस्कार,,1
गर संताने नाम बचायें,,
तो ये दौलत है अपार,,2
माँ का दुलार चैन की नींद,,
पिता का सर पे हाथ बहार,,3
जिनकी आज्ञाकारी बच्चें है,,
वो दौलत बाला घर परिवार,,4
पलना ललना माँ की गोदी में,,
पाये सुकून मिले खुशी संसार,,5
चैन की नींद बचपन मैं जो पाई,,
उस दौलत की अब दरकार,,6
नन्हे मुन्ने को मां लोरी से,,
सुलाये माँ की ममता दुलार,,7
बचपन जो सुख चैन से सोया,,
वो दौलत मुझको दे कोई एकबार,,8
आज की दुनिया दौलत बाली,,
पर बचपन की दौलत अपार,,9
मनु कहे गर घर मैं बचपन है,,
वो घर दौलत का है भंडार,,10
मानक लाल मनु