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4 Jan 2018 · 1 min read

” ———————————— निहाल कर गये ” !!

सचमुच तुम कमाल कर गये !
दिल को मालामाल कर गये !!

डूबे सहमे हम विचार में ,
नज़रों में सवाल कर गये !!

धड़कन धड़कन नाम पुकारे ,
ऐसी क्या धमाल कर गये !!

रुख़सारों को लटें चूमती ,
हमको यों बेहाल कर गये !!

कंगना झुमके बिंदिया पायल
सारे मिल बवाल कर गये !!

झिलमिल तारे सजे बदन पर ,
पल पल को निहाल कर गये !!

आंखों में खुशियों के रेले ,
हम सबको तंगहाल कर गये !!

अधरों पर मुस्कान बिखेरी ,
वक़्त की धीमी चाल कर गये !!

तुझमें ही खोये रहते हैं ,
जीना बस जंजाल कर गये !!

बृज व्यास

492 Views
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