निसर्ग संदेश
फैला हुआ आकाश कहता है ,
विशाल हृदय रखो ,
बहती नदी कहती है ,
सब ज्ञान समाहित करो ,
ऊंचे पर्वत शिखर कहते हैं ,
अपने इरादे बुलंद रखो ,
लहलहाती फसलें कहतीं हैं ,
मानवता समर्पित भाव रखो ,
गिरते झरने कहते हैं ,
जीवन प्रसन्न संगीतमय रखो ,
सुबह का प्रकाश कहता है ,
आशा की किरण जागृत रखो ,
कांटों बीच खिलते पुष्प कहते हैं ,
कष्टों का सामना करते सदा मुस्कराते रहो ,
प्रकृति कहती है जीवन सुंदर है !
इसे जीवंत रखकर जीना सीखो।