Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Jun 2022 · 1 min read

निशा ,महामोदकारी छंद

जय माँ शारदे 🙏🏻

122 122 122 122 122 122
आधार छंद महामोदकारी

ध्रुव छंद निशा

कहो कौन हो मोहिनी ,क्यों चली आ रही हो निशा में।
मिलेगा यहीं चाहती हो जिसे देख लोगी दिशा में। ।
बढ़ी आ रही नायिका सी सजी भैरवी सी सुहानी।
रिझाने लगी क्यों सुना बात बीती निशा की कहानी।।
पाखी

Language: Hindi
Tag: छंद
2 Likes · 2 Comments · 219 Views

You may also like these posts

माँ बाप बिना जीवन
माँ बाप बिना जीवन
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
........
........
शेखर सिंह
बेटियां ही अपने बाप के लिए एक सर्वश्रेष्ठ परिचय होती हैं
बेटियां ही अपने बाप के लिए एक सर्वश्रेष्ठ परिचय होती हैं
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*साम्ब षट्पदी---*
*साम्ब षट्पदी---*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
पुजारी शांति के हम, जंग को भी हमने जाना है।
पुजारी शांति के हम, जंग को भी हमने जाना है।
सत्य कुमार प्रेमी
"घर की नीम बहुत याद आती है"
Ekta chitrangini
बुन रही हूँ,
बुन रही हूँ,
लक्ष्मी सिंह
सफलता कड़ी मेहनत और दृढ़ता की शक्ति में विश्वास करती है। अक्
सफलता कड़ी मेहनत और दृढ़ता की शक्ति में विश्वास करती है। अक्
पूर्वार्थ
*चराईदेव के मैदाम (कुंडलिया)*
*चराईदेव के मैदाम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
दर्द कहूं कैसे
दर्द कहूं कैसे
Er.Navaneet R Shandily
"दहेज"
Dr. Kishan tandon kranti
एक कोर्ट में देखा मैंने बड़ी हुई थी भीड़,
एक कोर्ट में देखा मैंने बड़ी हुई थी भीड़,
AJAY AMITABH SUMAN
वर्तमान चोर संत कबीर।
वर्तमान चोर संत कबीर।
Acharya Rama Nand Mandal
7 लोगों का दिल ,
7 लोगों का दिल ,
Kshma Urmila
नहीं बची वो साख पुरानी,
नहीं बची वो साख पुरानी,
manjula chauhan
नव रश्मियों में
नव रश्मियों में
surenderpal vaidya
ज़रा सा पास बैठो तो तुम्हें सब कुछ बताएँगे
ज़रा सा पास बैठो तो तुम्हें सब कुछ बताएँगे
Meenakshi Masoom
दीदार
दीदार
इंजी. संजय श्रीवास्तव
नृत्य किसी भी गीत और संस्कृति के बोल पर आधारित भावना से ओतप्
नृत्य किसी भी गीत और संस्कृति के बोल पर आधारित भावना से ओतप्
Rj Anand Prajapati
मन
मन
Harminder Kaur
तहरीर लिख दूँ।
तहरीर लिख दूँ।
Neelam Sharma
किया नहीं मतदान
किया नहीं मतदान
RAMESH SHARMA
" तार हूं मैं "
Dr Meenu Poonia
जीवन चक्र
जीवन चक्र
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
साहित्य का बुनियादी सरोकार +रमेशराज
साहित्य का बुनियादी सरोकार +रमेशराज
कवि रमेशराज
3520.🌷 *पूर्णिका* 🌷
3520.🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
अच्छा सुनो,
अच्छा सुनो,
Jyoti Roshni
मदिरालय
मदिरालय
Kaviraag
किताब
किताब
Sûrëkhâ
97.8% से अधिक विद्वान साहित्यकार 24 घण्टे में एक बार 2-4 लाइ
97.8% से अधिक विद्वान साहित्यकार 24 घण्टे में एक बार 2-4 लाइ
*प्रणय*
Loading...