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8 Apr 2022 · 1 min read

निशानी छोड़ जायेंगे

चले हैं ज़िन्दगी में हम दीया एक प्यार का लेकर
उजाले अपनी यादों के कहीं तो छोड़ जाएंगे।
तुम अपनी राह पे चलना, हम अपनी राह चलते हैं.
निशानी पाँव का लेकिन यहीं हम छोड़ जाएंगे।

— कुमार अविनाश केसर
मुजफ्फरपुर, बिहार

Language: Hindi
1 Like · 147 Views
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