निवेदन
मैं इस लेख के माध्यम से साहित्य पीडिया के संचालकों से अनुरोध करना चाहता हूँ के मैं अपने उद्गारों को सीधे साहित्य पीडिया पर टाइप करता हूँ और अविरल गति से लिखते हुए यदि किसी कारण वश कुछ पल के लिए विश्राम लेना होता है तो इसमें सेव करने का माध्यम होना चाहिए जिसके अभाव में कुछ भी लिखा गायब हो जाता है। आधे अधूरे विचारो को पब्लिश करना और फिर कुछ समय पश्चात पुनः दुबारा ठीक कर के पब्लिश करना शायद उचित नही लगता। कृपया मेरे विचारों को गति दें और कुछ निष्कर्ष निकालें।
धन्यवाद
वीर कुमार जैन