निरुद्देश्य जीवन भी कोई जीवन होता है ।
निरुद्देश्य जीवन भी कोई जीवन होता है ।
ऐसा तो केवल पशु जीवन सा ही होता है ।
संसार में आए हैं तो एक लक्ष्य होना चाहिए,
किसी लक्ष्य के साथ ही मानव जीवन सार्थक होता है ।
निरुद्देश्य जीवन भी कोई जीवन होता है ।
ऐसा तो केवल पशु जीवन सा ही होता है ।
संसार में आए हैं तो एक लक्ष्य होना चाहिए,
किसी लक्ष्य के साथ ही मानव जीवन सार्थक होता है ।