** निभा कर तो देख **
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तेरी हंसी मेरे दर्द
को छुपा देती है
तेरी हंसी के आगे
दुनिया की खुशी आधी है
मोहब्बत हमें भी है तुमसे
कभी सामने आकर तो देख
देखना ही है अगर कुछ दिन
यारी निभा कर तो देख
खुदा मैं नहीं हूं
खुदा तू नही है
पर कभी खुद को
खुदा बना कर तो देख
चलता नहीं कोई
अपने इशारों से
आज पावर है
नचा के तो देख
दर्द कितना भी हो
उसे छिपा के तो देख
प्यार जितना भी हो
उसे निभा कर तो देख
माना के आज मेरे पास
कुछ नहीं
तु आज के इस पल में
मेरे साथ कुछ लम्हे
बिता कर तो देख
खुद की कमी को
उजागर मत कर यू
जो भी कमी है
उन्हें छुपाकर तो देख
कौन है जिसमे कमी नहीं
तु अपनी झूठी तारीफे
फैलाकर तो देख
कौन हंसता है तुझ पर
आज तु उन सब पर
हँसकर तो देख
रोना पड़े भी
क्या जिंदगी है
हंसते रहे भी
तो क्या जिंदगी है
जिंदगी को जिंदगी की
तरह बिता कर तो देख
पाया है क्या जिंदगी में
कुछ खो कर तो देख
क्या अहमियत है
अपनी जरा सोच कर
तो देख
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स्वामी गंगानिया