निभाऊंगी वचन
वर्ण पिरामिड
लो
किया
वचन
निभाऊंगी
सात जन्म मै
हो कर तुम्हारी
अर्धांगनी पिया की।।
दो
तुम
वचन
साथ दोगे
जब तक है
जिस्म में जान
भूलोगे ना प्यार
रहूँगी तेरी प्रिया।।
हाँ
वादा
किया है
निभाने का
प्रीत की रीत
जन्मों जन्मों तक
बनें रहें अड़िग।।
✍संध्या चतुर्वेदी
मथुरा उप