#नित नवीन इतिहास
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★ #नित नवीन इतिहास ★
खोज खबर रख डेरे की
आवन जावन के फेरे की
प्रकाश मलिन अंधेरे की
इक चित्रकार चितेरे की
धूमिल न हो धूप सवेरे की
कमर दुखे न कमेरे की
इतिहास बनाने वाले सुन
सुनार की और ठठेरे की
धरती धीरज की बातें कह
बीत रहे की घातें कह
बिन बादल बरसातें कह
अनमोल मिली सौगातें कह
कह हत्यारिन रातें कह
होंगी उजली परभातें कह
दूर गगन तक तेरी सत्ता
उड़ न सके तो लातें सह
भूख और प्यास पुकारें सुन
रस्तों पर बिछी कतारें सुन
बिलखती देवालय दीवारें सुन
राजहठ हत्यारा ललकारें सुन
अंधत्व सत्ता सत्य को मारें सुन
जन मन ही पार उतारें सुन
सुन न सके तो देख तनिक
सुकर्म के पार बहारें सुन
म्लेच्छबुद्धि नित वरण होगा
सतत मनुजता चीरहरण होगा
आस का यदि जरण होगा
किस विधि कहो तरण होगा
विनय अनसुनी तो रण होगा
है निश्चित पाखंड मरण होगा
सौ-सौ फूल खिलें फुलवारी में
कंटकचुंबन कलहकरण होगा
मेदिनी कष्टनिवारण मख
त्रिविष्टप कैलास भी रख
मानसरोवर उस पार भी लख
कील कुल्हाड़ी तलवार भी रख
ढाकेश्वरी बामियान निरख
प्रथम निजभाषा सम्मान परख
यज्ञवेदि यदि हीन हव्य से
बारंबार डोकलाम गलवान चख
धरती की पुत्री धरतीगोद गई
नित नवीन इतिहास
मर्यादापुरुषोत्तम न जीत सके
कुटिलमनों का विश्वास . . . . . !
#वेदप्रकाश लाम्बा
यमुनानगर (हरियाणा)
९४६६०-१७३१२ — ७०२७२-१७३१२