अपवाद हमें हरेक युग में देखने को मिलता है ! एकलव्य एक भील बं
जिंदगी की कहानी लिखने में
मेरे पूर्वज सच लिखकर भूखे सोते थे
*शोध प्रसंग : क्या महाराजा अग्रसेन का रामपुर (उत्तर प्रदेश) में आगमन हुआ था ?*
गुरु वह जो अनंत का ज्ञान करा दें
सुनो! बहुत मुहब्बत करते हो तुम मुझसे,
जो इंसान मुसरीफ दिखे,बेपरवाह दिखे हर वक्त
"फ़िर से आज तुम्हारी याद आई"
दर्द की शर्त लगी है दर्द से, और रूह ने खुद को दफ़्न होता पाया है....
!! मैं कातिल नहीं हूं। !!