निकट है आगमन बेला
निकट है आगमन बेला
खुशी में झूमते पुर-जन, ठुमकते-नाचते पुर-जन।
कथाएँ जो सुनीं उन की, मगन मन बाँचते पुर-जन।
लला अब जल्द घर आएँ, विगत सुख लौट फिर आएँ,
निकट अब आगमन बेला, निहारें रास्ते पुर-जन।
© सीमा अग्रवाल
निकट है आगमन बेला
खुशी में झूमते पुर-जन, ठुमकते-नाचते पुर-जन।
कथाएँ जो सुनीं उन की, मगन मन बाँचते पुर-जन।
लला अब जल्द घर आएँ, विगत सुख लौट फिर आएँ,
निकट अब आगमन बेला, निहारें रास्ते पुर-जन।
© सीमा अग्रवाल