Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Jun 2021 · 1 min read

“थोड़ी थोड़ी शायर सी”

ना हो खबर तो आजमाना कभी,

आइना बता देगा फितरत तेरी।

©दामिनी कोट्स

Language: Hindi
Tag: शेर
266 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
चोरबत्ति (मैथिली हायकू)
चोरबत्ति (मैथिली हायकू)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
"ज्ञ " से ज्ञानी हम बन जाते हैं
Ghanshyam Poddar
दिल-ए-साकित सज़ा-ए-ज़िंदगी कैसी लगी तुझको
दिल-ए-साकित सज़ा-ए-ज़िंदगी कैसी लगी तुझको
Johnny Ahmed 'क़ैस'
बहुजन विमर्श
बहुजन विमर्श
Shekhar Chandra Mitra
शब्द यदि हर अर्थ का, पर्याय होता जायेगा
शब्द यदि हर अर्थ का, पर्याय होता जायेगा
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
याद करने के लिए बस यारियां रह जाएंगी।
याद करने के लिए बस यारियां रह जाएंगी।
सत्य कुमार प्रेमी
Advice
Advice
Shyam Sundar Subramanian
*भाग्य से मिलते सदा, संयोग और वियोग हैं (मुक्तक)*
*भाग्य से मिलते सदा, संयोग और वियोग हैं (मुक्तक)*
Ravi Prakash
बरसें प्रभुता-मेह...
बरसें प्रभुता-मेह...
डॉ.सीमा अग्रवाल
सुप्रभात
सुप्रभात
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
अमर शहीद स्वामी श्रद्धानंद
अमर शहीद स्वामी श्रद्धानंद
कवि रमेशराज
"बेहतर दुनिया के लिए"
Dr. Kishan tandon kranti
क्या यह महज संयोग था या कुछ और.... (4)
क्या यह महज संयोग था या कुछ और.... (4)
Dr. Pradeep Kumar Sharma
तिरस्कार,घृणा,उपहास और राजनीति से प्रेरित कविता लिखने से अपन
तिरस्कार,घृणा,उपहास और राजनीति से प्रेरित कविता लिखने से अपन
DrLakshman Jha Parimal
मुक्तक
मुक्तक
Mahender Singh
याद  में  ही तो जल रहा होगा
याद में ही तो जल रहा होगा
Sandeep Gandhi 'Nehal'
💐प्रेम कौतुक-458💐
💐प्रेम कौतुक-458💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
अपने को अपना बना कर रखना जितना कठिन है उतना ही सहज है दूसरों
अपने को अपना बना कर रखना जितना कठिन है उतना ही सहज है दूसरों
Paras Nath Jha
With Grit in your mind
With Grit in your mind
Dhriti Mishra
2595.पूर्णिका
2595.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
तुम्हारे भाव जरूर बड़े हुए है जनाब,
तुम्हारे भाव जरूर बड़े हुए है जनाब,
Umender kumar
आज तो ठान लिया है
आज तो ठान लिया है
shabina. Naaz
जिंदगी की सांसे
जिंदगी की सांसे
Harminder Kaur
मत भूल खुद को!
मत भूल खुद को!
Sueta Dutt Chaudhary Fiji
#गीत :--
#गीत :--
*Author प्रणय प्रभात*
प्रथम मिलन
प्रथम मिलन
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
बहुत ख्वाब देखता हूँ मैं
बहुत ख्वाब देखता हूँ मैं
gurudeenverma198
छठ पूजा
छठ पूजा
Satish Srijan
वन  मोर  नचे  घन  शोर  करे, जब  चातक दादुर  गीत सुनावत।
वन मोर नचे घन शोर करे, जब चातक दादुर गीत सुनावत।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
आजकल का प्राणी कितना विचित्र है,
आजकल का प्राणी कितना विचित्र है,
Divya kumari
Loading...