ना बातें करो,ना मुलाकातें करो,
ना बातें करो,ना मुलाकातें करो,
तुम तड़पती रहो,मुझे तड़पाती रहो ।
गर मोहब्बत करना गुनाह है ,
ये इश्क की गलियों में ।
तो शांत रहना ही सिखा दो हमें,
इस वादिये फिजाओं में ।।
ना बातें करो,ना मुलाकातें करो,
तुम तड़पती रहो,मुझे तड़पाती रहो ।
गर मोहब्बत करना गुनाह है ,
ये इश्क की गलियों में ।
तो शांत रहना ही सिखा दो हमें,
इस वादिये फिजाओं में ।।