ना तुमसे बिछड़ने का गम है……
ना तुमसे बिछड़ने का गम है, ना तेरी यादों में ऐ आंखें नम है, जब तू चलती है सड़क पर आज भी तेरी अदाओं से लड़के तंग है, मैं सोचता हूं फिर से तुम्हें अपना बना लूं, तेरी खूबसूरती को अपने दिल में सजा लूं, फिर याद आते हैं वह दिन, तेरे शौक के चक्कर में हम कर्ज में डूब जाया करते थे, तू चाहती थी कार में बैठना और हम साइकिल से ट्यूशन आया करते थे,