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30 Sep 2022 · 1 min read

ना तख्त होई

ना तख्त होई
ना ताज होई
आम जनता के
राज होयी…
(१)
अपने आप में
अब हर केहू
एगो बादशाह
बेताज होई…
(२)
सदियन से
कैद पंछियन के
आसमान में
परवाज होई…
(३)
हर औरत
खुशहाल होई
हर आदमी
आबाद होई…
(४)
भगत सिंह
कहले रहले
एगो औरी
इंकलाब होई…
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
#bhojpuri #जातीय_उत्पीड़न #women
#Caste #दलित #आदिवासी #बहुजन #BhagatSingh #जनवादीगीत

Language: Bhojpuri
Tag: गीत
253 Views

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