ना कर नजरअंदाज
ना कर नजरअंदाज
माना सहज नहीं था सफर-ए-अंदाज़,
फूलों संग कांटों को भी सहा है,
अपनों की नसीहत को कर नजरअंदाज,
परायों की महफिल को सजाया है।।
सीमा टेलर, छिम़पीयान लम्बोर, चुरू, राजस्थान
ना कर नजरअंदाज
माना सहज नहीं था सफर-ए-अंदाज़,
फूलों संग कांटों को भी सहा है,
अपनों की नसीहत को कर नजरअंदाज,
परायों की महफिल को सजाया है।।
सीमा टेलर, छिम़पीयान लम्बोर, चुरू, राजस्थान