नाज़
उस खेतो में अनाज उगाने वाले बाप को अपनी दोनों जुड़वां बेटियों पर आज नाज़ हो रहा था।उसकी परवरिश एवं बेटियों की मेहनत रंग लाई थी। आज सिविल सर्विसेज का परिणाम घोषित हुआ था। दोनों बेटियों ने कामयाबी हासिल की थी जिसके फलस्वरूप दोनों बेटियां कलेक्टर बन गईं थी। सारे गाँव में राम अवतार और उसकी दोनों बेटियों पारुल और सोनम की ही चर्चा हो रही थी।
पारुल और सोनम को आज शहर जाना था। गांव में रहने वाले शशांक ने जो शहर में टैक्सी चलाता था दोनों से साथ चलने का आग्रह किया और वो शहर के लिए निकल पड़े। शशांक भी दोनों को अपनी टैक्सी में बैठाकर गर्व महसूस कर रहा था।
आज राम अवतार का सीना चौड़ा हो गया उसकी फसल शायद समय से पूर्व पक गई थी और वो मुस्कुराता हुआ रोज़ की भांति पैदल ही खेत की ओर चल दिया।
वीर कुमार जैन
31 जुलाई 2021