नाक़ाबिल न समझ
1.
नाक़ाबिल न समझ
नाकाम न समझ मुझको
एक बार ऐ मेरे खुदा
अपनी पनाह में ले मुझको
नाउम्मीदी के दामन से
बाहर निकाल मुझको
एक बार अपनी राह पर
ले चल मुझको
2.
नागवार होगी मुझको मेरी
हर एक वो कोशिश
जिसमे मेरे खुदा की
रजामंदी न हो
1.
नाक़ाबिल न समझ
नाकाम न समझ मुझको
एक बार ऐ मेरे खुदा
अपनी पनाह में ले मुझको
नाउम्मीदी के दामन से
बाहर निकाल मुझको
एक बार अपनी राह पर
ले चल मुझको
2.
नागवार होगी मुझको मेरी
हर एक वो कोशिश
जिसमे मेरे खुदा की
रजामंदी न हो