नाविक
डूबती नाव को किनारा मिलेगा भरोसा था मुझे
इन लहरों से छुटकारा मिलेगा भरोसा था मुझे
पतवार जिसके हाथों में थी वो पार लगा तो देगा
उस परवर दीगार पर पूरा भरोसा था मुझे
जीवन की मेरी नय्या डूबती उतराती रही यूँही
कोरोना की उफनती नदी बहती उतराती रही यूँही
दिलासा अपनो का और विश्वास उस रब का रहा
शुक्रिया सभी का दिल से जिंदगी मनाती रही यूँही
आने वाला समय भी खुशियों से बीत जाएगा
बीता हुआ वक्त ना दोबारा जिंदगी में आएगा
दुआ अपनों की जीने का एक अहसास देती है
परवरदिगार नाविक है नय्या का पार कराएगा
वीर कुमार जैन
29 अगस्त 2021