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8 Mar 2021 · 1 min read

“नारी”

समर्पण का गहना
ममत्व से भरा सँसार,
*****
क़ायनात की खूबसूरत रचना
आँचल में प्यार ही प्यार,
*****
झील सी कोमल, शांत, गहरी
आँगन में तुम्हीं से बहार,
*****
निर्मल,परम् पावन गंगा सी
वैभव है तेरा संसार,
*****
“दीप” जलाती ख़ुशियों के
अदभूत,अजब अवतार
*****
कुलदीप दहिया “मरजाणा दीप”
हिसार ( हरियाणा )

Language: Hindi
1 Like · 2 Comments · 318 Views

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