नारी सशक्तिकरण मान सम्मान्
मिली मन को शांति
दिल को मिला सुकून
अंगारों सी जो भभका थी
अनियंत्रित अपार क्रोध ज्वाला
हो गई थी आँखें लहू सी लाल
सुन कर के खबर फूल सी प्यारी
प्रियंका बिटिया की अस्मत लूट की
पशुचिकित्सिका की किस्मत फूट की
दरिंदों की घिनौनी दरिंदगी की
संस्कृति-संस्कार तिरस्कार की
सामाजिक मूल्यों के ह्रास की
मानवता के महाविनाश की
नारी अपमान और पतन की
महिला सशक्तिकरण,झूठी शान की
जड़ सा हो गया बदन का अंग अंग
हिल गया सा गया मानसिक संतुलन
अपराध की सारी सीमाएं लांघ दी
जिंदा शरीर को ही आग लगा दी
कैसे सहन की होगी उसनें
असहनीय ज्वलन की मार्मिक पीड़ा
ओर कैसे सही होगी उसने
आबरू विखंडन की मानसिक पीड़ा
धन्य हों वो आरक्षी कर्मचारी अधिकारी
शत शत नमन बलिहारी जाऊं
जिनहोने जघन्य हिम्मत जुटाई
चारों.बलात्कारियों और कातिलो के
विनाश की सकारात्मक योजना बनाई
योजना का अमलीजामा पहनाया
सीधी मुठभेड़ में.उनको मार गिराया
मौके का अहम फैसला सुनाया
अन्यथा गुम हो जाती बेगुनाह की
साहब की मेज पर पड़ी हुई फाइल
बिक जाते साक्षी गवाह
हो जाता बंद केस न्यायालय दर पर
शक बुनियाद स्वतंत्र होते मुजरिम
बिक जाते घर,दुकान और.मकान
क्या यही ढंग सही है न्याय का
उठाले सभी अपने अपने हथियार
पाने के लिए हक और अधिकार
या फिर पकड़ा दें नारी नर्म कर में
आत्मरक्षा में हाथों में हथियार
आबरु अपमान तिरस्कार बचाव में
और नारी मान सम्मान उत्थान में
तभी मिलेगा नारी को सत्कार
नारी पद,प्रतिष्ठा और सम्मान्
-सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली-9896872258