नारी शक्ति
हैदराबाद की प्रियंका भी मैं ही //
दिल्ली की दामिनी भी मैं ही //
एसिड से जलने वाली लक्ष्मी भी मैं ही //
वो 100 साल की दादी भी मैं ही, वो नन्ही सी परि भी मैं ही //
जिसको तुम बेइज़्ज़त करो, वो नारी भी मैं ही //
और जिसको तुम मंदिर मे पूजो, वो देवत्व की मूरत भी मैं ही //
अगर मुझे ढूंढ़ सको तो ढूँढो, मिलूंगी तुममें भी कही //
मुझे पहचान सको तो पहचानो, एक बार रूह से सही //
~:कविराज श्रेयस सारीवान