नारी को सदा राखिए संग
नारी में गुण बहुत है,सदा राखिए संग।
बिन नारी के रहोगे,हो जाओगे उदंड।।
हो जाओगे उदंड,मुंह मारते फिरोगे,
भोजन नही मिलेगा,तुम भूखे मरोगे।
कह रस्तोगी कविराय,खेलो अच्छी पारी,
घर में साथ रहेगी,अगर तुम्हारी नारी।।
नारी में सदा देखिए,मां के नौ अवतार।
उसकी तुम पूजा करो,होगा बेड़ा पार।
होगा बेड़ा पार,लक्ष्मी का वास होगा,
दुर्गा पार्वती सरस्वती का साथ होगा।
कह रस्तोगी कविराय,ये सत्य वचन म्हारी,
सब कुछ मिलेगा,जब सुखी होगी नारी।।
नारी जहां भी मिले उसका करो सम्मान।
कभी भी भूलकर उसका करो न अपमान।।
उसका करो न अपमान,वरना दंड मिलेगा,
आज नही तो कल दंड अवश्य ही मिलेगा।
कह रस्तोगी कविराय,ये दंड होगा भी भारी,
सम्मान का अधिकार रखती है सब ही नारी।।
आर के रस्तोगी गुरुग्राम