नारी को सदा राखिए संग
![](https://cdn.sahityapedia.com/images/post/be50fbd7aa251548f37f5e350ea1aa89_8ab2107b595f0ece225f8f073f2a31b5_600.jpg)
नारी में गुण बहुत है,सदा राखिए संग।
बिन नारी के रहोगे,हो जाओगे उदंड।।
हो जाओगे उदंड,मुंह मारते फिरोगे,
भोजन नही मिलेगा,तुम भूखे मरोगे।
कह रस्तोगी कविराय,खेलो अच्छी पारी,
घर में साथ रहेगी,अगर तुम्हारी नारी।।
नारी में सदा देखिए,मां के नौ अवतार।
उसकी तुम पूजा करो,होगा बेड़ा पार।
होगा बेड़ा पार,लक्ष्मी का वास होगा,
दुर्गा पार्वती सरस्वती का साथ होगा।
कह रस्तोगी कविराय,ये सत्य वचन म्हारी,
सब कुछ मिलेगा,जब सुखी होगी नारी।।
आर के रस्तोगी गुरुग्राम