Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Jun 2023 · 1 min read

नारी अबला नहीं

कब तक यूँ ही नारी की अस्मत लूटी जाएगी?

कब तक अपनी ही गलियों में चलने से घबराएगी?

कब तक यूँ मशाल जलाकर न्याय माँगते जाएंगे?

कब तक यूँ ही Justice For….का नारा लगाएंगे?

क्या नारी को नरपशुओं ने इतनी अबला समझ लिया है?

क्या तुम भूल गये हो तुमको नारी ने ही जन्म दिया है?

ठहर जरा सुन, अबला नहीं ये दुर्गा है, माँ काली है,

जग का जीवन गढ़ने वाली, अद्भुत शक्ति नारी है।

कंस मरा, लंकेश मरा है, दुर्योधन का भी अंत हुआ है,

नारी से जो-जो टकराया सबका ही विध्वंस हुआ है।

ठहर, नरपशु अब नारी पर ज्यादा अत्याचार न कर,

सृष्टि की अनुपम कृति से इतना भी खिलवाड़ न कर।

135 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
है कश्मकश - इधर भी - उधर भी
है कश्मकश - इधर भी - उधर भी
Atul "Krishn"
समय जो चाहेगा वही होकर रहेगा...
समय जो चाहेगा वही होकर रहेगा...
Ajit Kumar "Karn"
शेखर सिंह
शेखर सिंह
शेखर सिंह
जागी जवानी
जागी जवानी
Pt. Brajesh Kumar Nayak
"लक्षण"
Dr. Kishan tandon kranti
परमूल्यांकन की न हो
परमूल्यांकन की न हो
Dr fauzia Naseem shad
थोड़ी दूरी,
थोड़ी दूरी,
Sonam Puneet Dubey
Love night
Love night
Bidyadhar Mantry
महायोद्धा टंट्या भील के पदचिन्हों पर चलकर महेंद्र सिंह कन्नौज बने मुफलिसी आवाम की आवाज: राकेश देवडे़ बिरसावादी
महायोद्धा टंट्या भील के पदचिन्हों पर चलकर महेंद्र सिंह कन्नौज बने मुफलिसी आवाम की आवाज: राकेश देवडे़ बिरसावादी
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
रमेशराज के दस हाइकु गीत
रमेशराज के दस हाइकु गीत
कवि रमेशराज
खोने के लिए कुछ ख़ास नहीं
खोने के लिए कुछ ख़ास नहीं
The_dk_poetry
इश्क़ में वक्त को बुरा कह देना बिल्कुल ठीक नहीं,
इश्क़ में वक्त को बुरा कह देना बिल्कुल ठीक नहीं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
परछाई
परछाई
Dr Mukesh 'Aseemit'
सम्बन्ध (नील पदम् के दोहे)
सम्बन्ध (नील पदम् के दोहे)
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
करो तारीफ़ खुलकर तुम लगे दम बात में जिसकी
करो तारीफ़ खुलकर तुम लगे दम बात में जिसकी
आर.एस. 'प्रीतम'
जीवन का आत्मबोध...
जीवन का आत्मबोध...
ओंकार मिश्र
बेटा-बेटी दिवस की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएँ...
बेटा-बेटी दिवस की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएँ...
डॉ.सीमा अग्रवाल
पुरानी यादें ताज़ा कर रही है।
पुरानी यादें ताज़ा कर रही है।
Manoj Mahato
कलयुग और सतयुग
कलयुग और सतयुग
Mamta Rani
कभी सोच है कि खुद को क्या पसन्द
कभी सोच है कि खुद को क्या पसन्द
पूर्वार्थ
वेदना की संवेदना
वेदना की संवेदना
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
*राम मेरे तुम बन आओ*
*राम मेरे तुम बन आओ*
Poonam Matia
अर्थी पे मेरे तिरंगा कफ़न हो
अर्थी पे मेरे तिरंगा कफ़न हो
Er.Navaneet R Shandily
विश्वास
विश्वास
sushil sarna
सोचते हो ऐसा क्या तुम भी
सोचते हो ऐसा क्या तुम भी
gurudeenverma198
मुस्कुराओ तो सही
मुस्कुराओ तो सही
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
मैने देखा नहीं है कोई चाँद
मैने देखा नहीं है कोई चाँद
VINOD CHAUHAN
अध्यापक :-बच्चों रामचंद्र जी ने समुद्र पर पुल बनाने का निर्ण
अध्यापक :-बच्चों रामचंद्र जी ने समुद्र पर पुल बनाने का निर्ण
Rituraj shivem verma
कोई  फरिश्ता ही आयेगा ज़मीन पर ,
कोई फरिश्ता ही आयेगा ज़मीन पर ,
Neelofar Khan
ऊंचा रावण, नीचे राम।
ऊंचा रावण, नीचे राम।
*प्रणय*
Loading...