नाराज़गी
कब तक रहेगी नाराज़गी ये बता दो
रुख़ से कब हटेगा नक़ाब ये बता दो
तुम से मिले हुए एक ज़माना हुआ
कब आये हम खुवाबो में ये बता दो
महफ़िल में हर कोई पूछता है तुम्हे
क्यों हुए हम अलग़ आब ये बता दो
बिना कुछ कहे बिना कुछ सुने चले गए
क्या थी आख़िर बात ये तो बता दो
मुझसे जादा कौन तुमसे करेगा प्यार
अग़र मिल गया है कोई”फराज़”तो बता दो।
Faraaz…