Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
346 Followers
Follow
Report this post
3 Mar 2021 · 1 min read
नाराज़गी तेरी जायज है
नाराज़गी तेरी जायज है
ऐ मेरे खुदा
भटक गया है आज का इंसान
तेरी राह से ऐ मेरे खुदा
Language:
Hindi
Tag:
मुक्तक
Like
Share
2 Likes
· 219 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
Books from अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
View all
अनिल कुमार गुप्ता "अंजुम" की प्रतिनिधि रचनाएं
Anil Kumar Gupta "Anjum"
स्वर सलिला
Anil Kumar Gupta Anjum
क़ाफ़िले रुकते नहीं (मेरी सर्वश्रेष्ठ रचनाएं)
Anil Kumar Gupta "Anjum"
You may also like:
कहानियां उनकी भी होती है, जो कभी सफल नहीं हुए हर बार मेहनत क
पूर्वार्थ
* नाम रुकने का नहीं *
surenderpal vaidya
कीलों की क्या औकात ?
Anand Sharma
होली मुबारक
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
5. इंद्रधनुष
Rajeev Dutta
राख का ढेर।
Taj Mohammad
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
आपसा हम जो दिल
Dr fauzia Naseem shad
एक मीठा सा
हिमांशु Kulshrestha
"सच्चाई"
Dr. Kishan tandon kranti
4699.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सावन की बौछार ने,
sushil sarna
अपने ख्वाबों से जो जंग हुई
VINOD CHAUHAN
😢बड़ा सवाल😢
*प्रणय प्रभात*
मेरी जीत की खबर से ऐसे बिलक रहे हैं ।
Phool gufran
खुली आँख से तुम ना दिखती, सपनों में ही आती हो।
लालबहादुर चौरसिया लाल
: बूँद की यात्रा
मधुसूदन गौतम
कोई हादसा भी ज़रूरी है ज़िंदगी में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
निज़ाम
अखिलेश 'अखिल'
गम की बदली बनकर यूँ भाग जाती है
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
कविता तो कैमरे से भी की जाती है, पर विरले छायाकार ही यह हुनर
इशरत हिदायत ख़ान
!! एक ख्याल !!
Swara Kumari arya
पुष्पों की यदि चाह हृदय में, कण्टक बोना उचित नहीं है।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
गरिमामय प्रतिफल
Shyam Sundar Subramanian
मुस्कुराओ तो सही
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
गीत
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
जमाना चला गया
Pratibha Pandey
इंडिया दिल में बैठ चुका है दूर नहीं कर पाओगे।
सत्य कुमार प्रेमी
वक़्त के वो निशाँ है
Atul "Krishn"
बिखरे सपनों की ताबूत पर, दो कील तुम्हारे और सही।
Manisha Manjari
Loading...