नाराज
आज उनसे सिर्फ इतना ही कहेंगे
हमारी किसी बात से नाराज ना होना
गिने-चुने है मेरे अपने इस जहान मे
Plz देखो तू मुझसे जुदा ना होना
।।
लो गर होंठो से होंठ नही लगाए तो ये नही के
हमने प्यार नही किया
जज्बातों का रिश्ता है हमारा
दुनिया को जज्बातों की कदर क्या
।।
कभी आना हो मेरी ख्वाबों की नगरी मे तो बताना
तुम्हे अपना आशियाना दिखाएंगे
सदाबहार रहता है पतझड़ मे यहा गुल
जिससे उदास जिंदगी भी जीना सिखती यहाँ
।