नाम तेरा ही लेती है
मेरी ऑंखें नम होके भी नाम तेरा ही लेती हैं
होले होले बूँद बूँद में दर्द का दरिया खेती है
होंठ सिले से जख्म खुले से वक़्त का मरहम कम सा है
दर्द दर्द को पीर पीर को एक दिलासा देती है
मेरी ऑंखें नम होके भी नाम तेरा ही लेती हैं
होले होले बूँद बूँद में दर्द का दरिया खेती है
होंठ सिले से जख्म खुले से वक़्त का मरहम कम सा है
दर्द दर्द को पीर पीर को एक दिलासा देती है