नाम छोड़पति
नई राहें
नया नजराना
छोड़पति देता है ।
छोडने वाले पति
नाचीज की आरजू
मत करना ।
कहते है क्यों? आऊ
प्रेम होता तब ना आता ।
छोड़ पति बोलते हैं।
घिसी पिटी शादी है।
छोड़ दें हमें
दूसरे से बँघना है।
जितने दिन साथ रहें I
खर्च , कीमत देता हूँ।
समझौता कर लो ,
तुम हमें छोड़ दो ,
सात फेरे मैं
तोड़ देता हूँ _ डॉ. सीमा कुमारी , बिहार (भागलपुर )