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8 Dec 2024 · 1 min read

नादान नहीं है हम ,सब कुछ समझते है ।

नादान नहीं है हम ,सब कुछ समझते है ।
दौलत की चकाचौंध में सब एब छुप जाया करते हैं ।
मगर फिर भी …!!
और एक हम हैं सादा दिल ,
ऐसी बेरहम दुनिया में ,
ईमान और इंसानियत को संजोए फिरते हैं।

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