Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Mar 2021 · 1 min read

नागों की क्या बात करें

????

देखें व्यंग एक गीतिका के माध्यम से
???? ?????

नागों की क्या बात करें हम,जब इंसां ख़ुद बिषधर हो।
पापों की क्या बात करें अब,जब पापी ही सहचर हो।।(१)

बेच रहे हैं माल झूठ का ,नेता भरी बजरियाँ में,
सच कैसे टिक पायेगा जब,झूठ बोलता रहबर हो।(२)

रिश्तों में नित ढूँढ रहे हैं,लोग यहाँ अपना कोई,
फिर भी मिला नहीं है अपना,चाहे जितना लश्कर हो।।(३)

टूटी सड़के और खडंजे,गड्ढों में रस्ते दिखते,
बने हुए हालात वही हैं,चाहे जितना भी कर हो।(४)

बाबाओं के चोलों में अब,किया बसेरा ढोंगों ने,
फिर भी बाज नहीं आते वो,चाहे कैसा मंजर हो ।(५)

करमवीर अपनी करनी से,कभी नहीं हटते पीछे,
फूल उगा देते हैं फिर भी ,चाहें भूमी बंजर हो।(६)

?✍️अटल मुरादाबादी?✍️

3 Likes · 3 Comments · 570 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*जैन पब्लिक लाइब्रेरी, रामपुर*
*जैन पब्लिक लाइब्रेरी, रामपुर*
Ravi Prakash
गंगा- सेवा के दस दिन💐💐(दसवां अंतिम दिन)
गंगा- सेवा के दस दिन💐💐(दसवां अंतिम दिन)
Kaushal Kishor Bhatt
#आज_का_आलेख
#आज_का_आलेख
*प्रणय*
!!!! कब होगा फैसला मेरा हक़ में !!!!
!!!! कब होगा फैसला मेरा हक़ में !!!!
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
राममय दोहे
राममय दोहे
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
संबंध क्या
संबंध क्या
Shweta Soni
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelofar Khan
प्रिये..!!
प्रिये..!!
पंकज परिंदा
ग़रीबी भरे बाजार मे पुरुष को नंगा कर देती है
ग़रीबी भरे बाजार मे पुरुष को नंगा कर देती है
शेखर सिंह
अभी तो वो खफ़ा है लेकिन
अभी तो वो खफ़ा है लेकिन
gurudeenverma198
कई खयालों में...!
कई खयालों में...!
singh kunwar sarvendra vikram
कैसे कहें घनघोर तम है
कैसे कहें घनघोर तम है
Suryakant Dwivedi
मैं ख़ुद डॉक्टर हूं
मैं ख़ुद डॉक्टर हूं" - यमुना
Bindesh kumar jha
आप अपनी नज़र फेर ले ,मुझे गम नहीं ना मलाल है !
आप अपनी नज़र फेर ले ,मुझे गम नहीं ना मलाल है !
DrLakshman Jha Parimal
3773.💐 *पूर्णिका* 💐
3773.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
"तरकीबें"
Dr. Kishan tandon kranti
जिस तरह
जिस तरह
ओंकार मिश्र
बंधन खुलने दो(An Erotic Poem)
बंधन खुलने दो(An Erotic Poem)
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
शब्दों की मिठास से करें परहेज
शब्दों की मिठास से करें परहेज
Chitra Bisht
आन-बान-शान हमारी हिंदी भाषा
आन-बान-शान हमारी हिंदी भाषा
Raju Gajbhiye
स्पर्श
स्पर्श
Ajay Mishra
दिल हर रोज़
दिल हर रोज़
हिमांशु Kulshrestha
मुझ पर इल्जाम लगा सकते हो .... तो लगा लो
मुझ पर इल्जाम लगा सकते हो .... तो लगा लो
हरवंश हृदय
यथार्थ में …
यथार्थ में …
sushil sarna
डीएनए की गवाही
डीएनए की गवाही
अभिनव अदम्य
समय के झूले पर
समय के झूले पर
पूर्वार्थ
वरना बे'आब
वरना बे'आब
Dr fauzia Naseem shad
आंखों की नदी
आंखों की नदी
Madhu Shah
जब टूटा था सपना
जब टूटा था सपना
Paras Nath Jha
शिद्दत से की गई मोहब्बत
शिद्दत से की गई मोहब्बत
Harminder Kaur
Loading...