नागरिकता संशोधन बिल
नागरिकता बिल पर यह कैसा बवाल
लोग क्यों दाग रहें बिन समझे सवाल
बिल की समझे ना मूलभूत परिभाषा
फैलाते क्यों चारों ओर हिंसक भूचाल
नागरिकता कानून को करके बदनाम
सियासतदार खड़ी कर रहें हैं दिवाल
राजनीतिक सोच में आ गई अब मोच
आलम भड़का,हाथ थमा दी करवाल
बिल को बना दिया हिंदू-मुस्लिम मुद्दा
वाह सियासती सोच तेरा वाह कमाल
सरहद पार से भी हो रहा पूर्ण विरोध
चिंगारी सुलगाने का निभा रहे हैं रोल
दंगा-फसादी जानते नहीं है मूल भाव
दंगा-फसाद फैलाना ही उनका ख्याल
सरकार को चाहिए,करनी स्थिति साफ
विवादित बिल पर कहीं नहीं हो बवाल
कोई हो दंगा,आंदोलन हो या प्रतिरोध
सरकारी-सार्वजनिक संपत्ति हो बेहाल
युवा -पीढ़ी भी भटक रही अपनी राह
बिना शिक्षा-संस्कार-रोजगार सम्भाल
नहीं मिलेगी अगर दिशा,बिगड़ेगी दशा
नई राहें, सही दिशाएं खोजिए हर हाल
आम जन की दूर होनी चाहिए शंकाएं
नागरिकता बिल पर फिर ना हो सवाल
सुखविंद्र मनसीरत की यही है अरदास
देश में अमन-चैन हो,ना हो कोई बवाल
-सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)
9896872258