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27 Jan 2020 · 1 min read

नही मिलेंगें यार

खाई थी कसमें कभी, ..नही मिलेगें यार ।
आते हो फिर ख्वाब में, क्यों मेरे हर बार।।

दिल की मेरी वे भला, क्या समझेंगें पीर ।
शब्दों से अपनेे सदा, दिया जिन्होने चीर ।।
रमेश शर्मा

Language: Hindi
2 Likes · 1 Comment · 491 Views
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