Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Mar 2018 · 1 min read

नहीं रचेगा छंद

कितनी भी कोशिश करें, नहीं रचेगा छंद !
दरवाजे जज्बात के,.. .रखे अगर जो बंद !!

हिंसा कर होगा नहीं, मानव कभी महान !
दिया यही संसार को…,महावीर ने ज्ञान !!
रमेश शर्मा

Language: Hindi
1 Like · 401 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ध्यान क्या है और ध्यान कैसे शुरू करें व ध्यान के लाभ। भाग 2 | रविकेश झा।
ध्यान क्या है और ध्यान कैसे शुरू करें व ध्यान के लाभ। भाग 2 | रविकेश झा।
Ravikesh Jha
भीड़ में रहते है मगर
भीड़ में रहते है मगर
Chitra Bisht
एक लम्बा वक्त गुजर गया जाने-अनजाने में,
एक लम्बा वक्त गुजर गया जाने-अनजाने में,
manjula chauhan
" अकाल्पनिक मनोस्थिति "
Dr Meenu Poonia
कोई होटल की बिखरी ओस में भींग रहा है
कोई होटल की बिखरी ओस में भींग रहा है
Akash Yadav
Bundeli Doha pratiyogita-149th -kujane
Bundeli Doha pratiyogita-149th -kujane
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
रचना प्रेमी, रचनाकार
रचना प्रेमी, रचनाकार
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
वक्त अब कलुआ के घर का ठौर है
वक्त अब कलुआ के घर का ठौर है
Pt. Brajesh Kumar Nayak
वाह रे मेरे समाज
वाह रे मेरे समाज
Dr Manju Saini
तन पर तन के रंग का,
तन पर तन के रंग का,
sushil sarna
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस :इंस्पायर इंक्लूजन
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस :इंस्पायर इंक्लूजन
Dr.Rashmi Mishra
महाप्रयाण
महाप्रयाण
Shyam Sundar Subramanian
15--🌸जानेवाले 🌸
15--🌸जानेवाले 🌸
Mahima shukla
*खेल खिलौने*
*खेल खिलौने*
Dushyant Kumar
एक सत्य यह भी
एक सत्य यह भी
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
म्यान में ही, रहने दो, शमशीर को,
म्यान में ही, रहने दो, शमशीर को,
पंकज परिंदा
फांसी का फंदा भी कम ना था,
फांसी का फंदा भी कम ना था,
Rahul Singh
नन्हा मछुआरा
नन्हा मछुआरा
Shivkumar barman
#चिंतन
#चिंतन
*प्रणय*
"लकड़ी"
Dr. Kishan tandon kranti
वो दौड़ा आया है
वो दौड़ा आया है
Sonam Puneet Dubey
टूट जाते हैं
टूट जाते हैं
Dr fauzia Naseem shad
तू मेरे ख्वाब में एक रात को भी आती अगर
तू मेरे ख्वाब में एक रात को भी आती अगर
Phool gufran
Go wherever, but only so far,
Go wherever, but only so far,"
पूर्वार्थ
यह दुनिया समझती है, मै बहुत गरीब हुँ।
यह दुनिया समझती है, मै बहुत गरीब हुँ।
Anil chobisa
वेलेंटाइन डे आशिकों का नवरात्र है उनको सारे डे रोज, प्रपोज,च
वेलेंटाइन डे आशिकों का नवरात्र है उनको सारे डे रोज, प्रपोज,च
Rj Anand Prajapati
दहेज की जरूरत नही
दहेज की जरूरत नही
भरत कुमार सोलंकी
+जागृत देवी+
+जागृत देवी+
Ankit Halke jha
🌺🌺इन फाँसलों को अन्जाम दो🌺🌺
🌺🌺इन फाँसलों को अन्जाम दो🌺🌺
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
4454.*पूर्णिका*
4454.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...