नहीं मांगूंगी ज्यादा बस, इतना दे देना ️
नहीं मांगूंगी ज्यादा, बस इतना दे देना
कि जब मैं दुल्हन बन उस घर आऊं
तो मुझे वैसे ही अपनाना जैसे हर किसी को अपनाया है
क्यूंकि, मां ने कह भेजा है, वो ससुराल अब तुम्हारा अपना,
और ये घर पराया है !
हां हिचक होती है नए लोगों से बात करने में,
वक़्त लगता है, नए रिश्ते संवारने में।
कुछ गलती हो तो मुझे सुधार देना
सबके सामने नहीं, अकेले में आकर समझा देना।
नहीं मांगूंगी ज्यादा बस इतना दे देना,
कभी थक में जाऊं तो हाल पूछ लेना,
बिठा के मुझे अपने पास, दो बातें कर लेना।
नई होगी कड़ी, मज़बूत होने में वक़्त लगेगा,
तुम बस हाथ थाम साथ दे देना, तो सही रहेगा।
जितना खुश तुम रखोगे, उससे कहीं ज्यादा खुश मैं रखने की कोशिश करूंगी।
इस रिश्ते को खूबसूरत बनाए रखने के लिए , मैं खड़ी रहूंगी।
इज्ज़त तुम्हारे मां बाप की ता उम्र करूंगी,
बदले में मान सम्मान मेरे मां बाप को भी दे देना,
ज्यादा नहीं बस इतना दे देना,
मांगू जो खुद के लिए वक़्त तुम्हारा, तो आंख बन्द कर दे देना।
लालच नहीं बड़े घर का, ना पैसों का मोह है,
मेरे लिए इन सबसे बढ़कर, रिश्ते अनमोल हैं।
इतना सब करने पर बस एक आशा रखती हूं,
मैल नहीं मेरे मन में, बस कुछ बातें कहती हूं।
गलत होने पर समझा देना,
पर वक़्त निकाल मेरी भी बात सुन लेना,
जो करूं शिकायत तुमसे तुम्हारी ही
तो अपनी भी गलती मान लिया करना।
खयाल मैं तुम्हारा रखूं तो, कभी मेरा भी सिर दबा देना
बीमार पड़ने पर कभी खाना, तुम भी बना देना
यूं तो ध्यान रखूंगी की, किसी से बैर ना हो,
हो भी तो थोड़ा पक्ष मेरा भी ले लेना।
यूं तो सब सिखाया है मां ने मुझे, की रिश्ते कैसे चलाए जाते हैं,
उन्हें जोड़े रखने के लिए क्या क्या कदम उठाए जाते हैं।
अगर कड़ी कमज़ोर लगे तो थोड़ी मेहनत तुम भी कर लेना,
साथ खड़े रहकर, वो कड़ी को फिर से जोड़ लेना।
कुछ तुम झुकना कुछ मैं झुकूंगी,
कुछ तुम सहना कुछ मैं सहुंगी,
ये ज़िन्दगी के साथी हम दोनों ही हैं,
कुछ तुम संभालना, कुछ मैं संभाल लूंगी।
अपनी ज़िन्दगी का हिस्सा बनाया है तो दर्ज़ा भी समान देना,
मां ने सब सिखाया है, नहीं सिखाया तो खुद की बेइज्जती होते देखना।
सब सह लूंगी हस्ते हस्ते अगर तुम साथ खड़े हो,
जो छोड़ोगे हाथ, ना करोगे सम्मान, तो अकेले खड़े हो।
सब वादे निभाऊंगी सब कसमें खाऊंगी
बस मेरे हिस्से का सम्मान हर पल मुझे देते जाना।
ज्यादा नहीं बस इतनी ख्वाहिश है,
हमसफ़र बन ज़िन्दगी के सफ़र में साथ निभाना।
…..