नहीं मतलब अब तुमसे, नहीं बात तुमसे करना
नहीं मतलब अब तुमसे, नहीं बात तुमसे करना।
जी में जो आये करो तुम, नहीं कुछ तुमसे कहना।।
नहीं मतलब अब तुमसे——————।।
तुमने कैसे बात की थी, मिलने जब आये थे तुमसे।
अहम क्यों तुमने दिखाया, मिलाने हाथ आये थे तुमसे।।
नहीं है तेरी वैसी तस्वीर, नहीं अब तुमसे मिलना।
नहीं मतलब अब तुमसे——————-।।
तुम्हें तो आई थी नजर, मुझमें बहुत सी कमियां।
मिला ली है तुमने तो, और किसी से अपनी अंखियां।।
नहीं है अब प्यार तुमसे, नहीं यकीन तुमपे करना।
नहीं मतलब अब तुमसे——————।।
कैसे तुम्हें अपना समझे, तेरे ख्वाब बहुत हैं ऊँचे।
नेक नहीं है तेरा इरादा, तेरे महल बहुत हैं ऊँचे।।
हमको तो सिर्फ चैन चाहिए, मुश्किल है वह तुमसे मिलना।
नहीं मतलब अब तुमसे———————-।।
शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)