*** नहीं बोल पाते ***
नहीँ बोल पाते कब मिश्री घोल पाते
बिनमोल बिक जाते कब तोल पाते
ब्रत करवा- करवा पाते कब अपना
बताओ ओर कब हम घर बोल पाते ।।
?मधुप बैरागी
मादा रखता है दुनियां को झुकाने का मगर
एक मादा के आगे निहत्था सब हार जाता है।।
?मधुप बैरागी