नश्वर काया ___ कविता
नश्वर काया का गुमान ।
आएगा जब यम का फरमान ।
प्राण पखेरू भी साथ छोड़ देंगे ।
और काया पहुंच जाएगी श्मशान।
सो करता चल श्रमदान।
दे बेसहारों को दान।
हो सकता है,
ईश्वर,
अपनी ही बाजू में दे दे।
तुझको कोई मुकाम।
तुझको कोई मुकाम।।
राजेश व्यास अनुनय