नव शुरुआत
सोचा होगी शुरू अब , एक नयी शुरुआत
होये सबके मुदित मन ,जैसे पादप पात
जैसे पादप पात, खिले वदन अब फूल से
विकसे मन बीथियाँ , ज्यों मिली हो कूल से
मिल जाये आशीष , आशा सबकी पूर हो
आने वाले साल, भीत मन का दूर हो
सोचा होगी शुरू अब , एक नयी शुरुआत
होये सबके मुदित मन ,जैसे पादप पात
जैसे पादप पात, खिले वदन अब फूल से
विकसे मन बीथियाँ , ज्यों मिली हो कूल से
मिल जाये आशीष , आशा सबकी पूर हो
आने वाले साल, भीत मन का दूर हो