नव वर्ष
(1) ?????
नयी साल की पहली किरणें
मन को है हर्षाती…
सर्द हवा की भीनी खुश्बू
मन में आस जगाती…
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(2) ?????
आ गया नव वर्ष
अपनी बाहों को खोलें…….
उमड़ती नई उम्मीदें
रूबरू आँखें बिछाये…….
????—लक्ष्मी सिंह ??
(1) ?????
नयी साल की पहली किरणें
मन को है हर्षाती…
सर्द हवा की भीनी खुश्बू
मन में आस जगाती…
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आ गया नव वर्ष
अपनी बाहों को खोलें…….
उमड़ती नई उम्मीदें
रूबरू आँखें बिछाये…….
????—लक्ष्मी सिंह ??